Aaj Ka Panchang (आज का पंचांग), 5 June 2025 :आज गंगा दशहरा, जानें गंगा स्नान का शुभ मुहूर्त
Aaj Ka Panchang 5 June 2025
Aaj Ka Panchang 5 June 2025: आज यानी 5 जून को ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि है। इस तिथि पर गंगा दशहरा (Ganga Dussehra 2025 Snan Muhurat) का पर्व बेहद उत्साह के साथ मनाया जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस तिथि पर धरती पर मां गंगा का अवतरण हुआ था। इसलिए गंगा दशहरा मनाया जाता है। इस दिन पवित्र नदी में स्नान और दान करने का विशेष महत्व है। गंगा दशहरा पर शुभ और अशुभ योग बन रहे हैं। ऐसे में आइए जानते हैं कि आज का (Aaj ka Panchang 5 June 2025) पंचांग।
तिथि: शुक्ल दशमी
मास पूर्णिमांत: ज्येष्ठ
दिन: गुरुवार
संवत्: 2082
तिथि: दशमी 06 जून को प्रात: 02 बजकर 15 मिनट तक
योग: सिद्धि प्रात: 09 बजकर 14 मिनट तक
करण: तैतिल दोपहर 01 बजकर 02 मिनट तक
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
सूर्योदय: सुबह 05 बजकर 23 मिनट पर
सूर्यास्त: शाम 07 बजकर 17 मिनट पर
चंद्रोदय: दोपहर 02 बजकर 09 मिनट पर
चन्द्रास्त: 6 जून को रात 2 बजे
शुभ समय अवधि
अभिजीत: प्रात: 11 बजकर 52 मिनट से दोपहर 12 बजकर 48 मिनट तक
अशुभ समय अवधि
गुलिक काल: प्रात: 08 बजकर 51 मिनट से प्रात: 10 बजकर 36 मिनट तक
यमगंडा: प्रात: 05 बजकर 23 मिनट से प्रात: 07 बजकर 07 बजे मिनट तक
राहु काल: दोपहर 02 बजकर 04 मिनट से दोपहर 03 बजकर 48 मिनट तक
आज का नक्षत्र
आज चंद्रदेव हस्त नक्षत्र में प्रवेश करेंगे…
हस्त नक्षत्र: पूर्ण रात्रि
सामान्य विशेषताएं: वीरता, साहसिकता, निर्दयता, चालाकी / गुप्तता, ऊर्जा से भरपूर, बुद्धिमत्ता,झगड़ालूपन, खेल और युद्ध-कला में निपुणता
नक्षत्र स्वामी: चंद्रमा
राशि स्वामी: बुध
देवता: सविता: सूर्योदय के देवता
प्रतीक: हाथ या बंद मुट्ठी
गंगा दशहरा 2025
गंगा दशहरा का पर्व हर वर्ष ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है। इसे 'गंगावतरण' के नाम से भी जाना जाता है, जिसका अर्थ है गंगा का अवतरण जिसका मतलब वही दिन जब देवी गंगा पृथ्वी पर अवतरित हुई थीं।
वर्ष 2025 में गंगा दशहरा आज यानी 5 जून को मनाया जा रहा है।
पंचांग तिथि-
दशमी तिथि प्रारंभ: 4 जून को रात्रि 11 बजकर 54 मिनट से
दशमी तिथि समाप्त: 6 जून को सुबह 2 बजकर 15 बजे तक
इस दिन गंगा नदी में स्नान, दान और पूजा का विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि इस दिन गंगा स्नान से दस प्रकार के पापों का नाश होता है और व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है।